शीतकालीन सत्र के दौरान आज संसद में जोरदार हंगामा देखने को मिला। विपक्षी दलों ने महँगाई, बेरोज़गारी, किसानों की समस्याओं और राष्ट्रीय सुरक्षा जैसे मुद्दों पर सरकार से तुरंत चर्चा की मांग की। विपक्ष के नेताओं ने कहा कि सरकार जनता के महत्वपूर्ण मुद्दों से बचने की कोशिश कर रही है, जबकि सरकार ने आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि वह सदन में सभी विषयों पर चर्चा के लिए तैयार है।
हंगामे के चलते लोकसभा और राज्यसभा दोनों की कार्यवाही कई बार स्थगित करनी पड़ी। स्थिति तब और गर्माई जब विपक्षी सांसद सदन के बीचों-बीच आकर नारेबाज़ी करने लगे। संसद अध्यक्ष ने सदस्यों से अनुशासन बनाए रखने की अपील की, लेकिन शोर-शराबे के चलते सामान्य कार्यवाही प्रभावित होती रही।
सरकारी मंत्रियों का कहना है कि विपक्ष सिर्फ राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहा है और सत्र को बाधित कर रहा है, जबकि विपक्ष insists कि बिना चर्चा के कोई भी विधेयक पारित नहीं होगा।
अब सभी की निगाहें कल की कार्यवाही पर टिकी हैं कि क्या दोनों पक्ष किसी समाधान पर पहुँच पाएंगे, या फिर सत्र आगे भी इसी तरह हंगामे की भेंट चढ़ेगा।

